tag:blogger.com,1999:blog-1082671218814482868.post7861552262642899752..comments2024-03-06T00:34:13.109+05:30Comments on Rohitas Ghorela: बेकरारी से वहशत की जानिब Rohitas Ghorelahttp://www.blogger.com/profile/02550123629120698541noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-1082671218814482868.post-56660489687899176832018-09-18T22:33:15.825+05:302018-09-18T22:33:15.825+05:30आदरनीय रोहित जी -- जैसा कि आपने रचना के परिचय में...आदरनीय रोहित जी -- जैसा कि आपने रचना के परिचय में लिखा - आपकी सबसे पहली रचनाओं में से एक है और आपने लिखा कि उस समय आप लेखन कला से अनजान थे | आश्चर्य भी है और ख़ुशी भी कि आपने शुरुआत में ही जो लिखा वह शायद मन की गहराइयों का अनकहा संताप था जो रचना के माध्यम से अत्यंत उत्तम सृजन के रूप में शब्दांकित हुआ |किसी को अत्यंत भावपूर्ण उद्बोधन में शब्द -शब्द दर्द से बिंधा है और एक- एक शब्द से मन की वेदना निर्झर की तरह बहती है |पहली रचना होने से ये बहुत ही शानदार रचना है | मैं को साहित्य समीक्षक तो नहीं पर एक पाठक के तौर पर मुझे आपकी रचना बहुत ही मर्मस्पर्शी लगी | --<br /> तुम मुझ से जानो<br />तेरे बिन जो गुजरी जिन्दगी<br />जिन्दा लेकिन बेदम जिन्दगी,<br />आँख में पानी,गला भारी<br />कांपते होठों से बोलती जिन्दगी,<br />रात को सोती दुनियां जागता मैं<br />एक कोने में बीमार पड़ी जिन्दगी,<br /> पंक्तियाँ तो बहुत ही प्रभावी है और अन्तस् को छू जाती | सस्नेह शुभकामनायें | रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1082671218814482868.post-42004048314518841332018-09-18T15:28:54.612+05:302018-09-18T15:28:54.612+05:30बहुत सुंदर
बहुत सुंदर<br />आकर्षण गिरिhttps://www.blogger.com/profile/17903357121891483288noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1082671218814482868.post-40911711941601436662018-09-17T20:11:21.791+05:302018-09-17T20:11:21.791+05:30बहुत ही सुन्दर और भावपूर्ण रचना बहुत ही सुन्दर और भावपूर्ण रचना Abhilashahttps://www.blogger.com/profile/06192407072045235698noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1082671218814482868.post-78587649873481655242018-09-17T20:04:48.790+05:302018-09-17T20:04:48.790+05:30बहुत ही सुन्दर और भावपूर्ण रचना 🙏 बहुत ही सुन्दर और भावपूर्ण रचना 🙏 Abhilashahttps://www.blogger.com/profile/06192407072045235698noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1082671218814482868.post-84363412546257360942018-09-17T17:35:26.178+05:302018-09-17T17:35:26.178+05:30बेहद खूबसूरत रचनाबेहद खूबसूरत रचनाPrashant chauhanhttps://www.blogger.com/profile/05240721992973767482noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1082671218814482868.post-19340594477541862082018-09-14T23:26:20.561+05:302018-09-14T23:26:20.561+05:30तेरे बिन जो गुजरी जिन्दगी
जिन्दा लेकिन बेदम जिन्दग...तेरे बिन जो गुजरी जिन्दगी<br />जिन्दा लेकिन बेदम जिन्दगी,<br />आँख में पानी,गला भारी<br />कांपते होठों से बोलती जिन्दगी,<br />रात को सोती दुनियां जागता मैं<br />एक कोने में बीमार पड़ी जिन्दगी,<br />पहली किरन से लोगों की ये चहल पहल<br />उगता सूरज और ये मेरी डूबती जिन्दगी,<br />लाजवाब अभिव्यक्ति....<br />वाह!!!Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1082671218814482868.post-91971392363915713422018-09-14T23:26:09.193+05:302018-09-14T23:26:09.193+05:30तेरे बिन जो गुजरी जिन्दगी
जिन्दा लेकिन बेदम जिन्दग...तेरे बिन जो गुजरी जिन्दगी<br />जिन्दा लेकिन बेदम जिन्दगी,<br />आँख में पानी,गला भारी<br />कांपते होठों से बोलती जिन्दगी,<br />रात को सोती दुनियां जागता मैं<br />एक कोने में बीमार पड़ी जिन्दगी,<br />पहली किरन से लोगों की ये चहल पहल<br />उगता सूरज और ये मेरी डूबती जिन्दगी,<br />लाजवाब अभिव्यक्ति....<br />वाह!!!Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1082671218814482868.post-64493208683421857352018-09-14T15:17:38.898+05:302018-09-14T15:17:38.898+05:30धन्यवाद जोशी जीधन्यवाद जोशी जीRohitas Ghorelahttps://www.blogger.com/profile/02550123629120698541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1082671218814482868.post-29073842804077688222018-09-14T12:38:35.077+05:302018-09-14T12:38:35.077+05:30
वाह क्या बात हैं
एक दर्द और कसक की जब इन्तहा हो ...<br />वाह क्या बात हैं <br />एक दर्द और कसक की जब इन्तहा हो जाती हैं तभी उसका निचोड़ ऐसा रूप ले पाते हैं.हर बात कही और लिखी नहीं जा सकती .कुछ लाइन्स तो जैसे तड़फ की सीमा के पार ले गयी .मज़ा आ गया रोहितास जी आप बहुत दिनों बाद कुछ अपडेट करते हैं और बॉल बॉउंड्री पार कर देते हैं बहुत बहुत शुक्रिया साँझा करने के लिए .<br />मैंने भी इसी ख्याल मैं एक नज़्म लिखी थी कभी वक़्त होतो देखिएगा .लाइन्स भेज रहा हूँ <br /><br /><br /><br />http://themissedbeat.blogspot.com/2018/07/blog-post_30.htmldr.sunil k. "Zafar "https://www.blogger.com/profile/13096911048421117572noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1082671218814482868.post-90336098967785140602018-09-14T08:35:19.845+05:302018-09-14T08:35:19.845+05:30नोचना कर लें। सुन्दर रचना।नोचना कर लें। सुन्दर रचना।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1082671218814482868.post-17119629160384765552018-09-14T06:35:32.741+05:302018-09-14T06:35:32.741+05:30आँख में पानी,गला भारी
कांपते होठों से बोलती जिन्दग...आँख में पानी,गला भारी<br />कांपते होठों से बोलती जिन्दगी,<br />रात को सोती दुनियां जागता मैं<br />एक कोने में बीमार पड़ी जिन्दगी,<br />पहली किरन से लोगों की ये चहल पहल<br />उगता सूरज और ये मेरी डूबती जिन्दगी,<br />तेरी "ना" में न चाहते हुए मेरी मंजूरी<br />होके मजबूर मजबूरी में खिलती जिन्दगी- बेहद खूबसूरत रचना आदरणीयAnuradha chauhanhttps://www.blogger.com/profile/14209932935438089017noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1082671218814482868.post-78838801892454453942018-09-13T17:56:43.606+05:302018-09-13T17:56:43.606+05:30जी नमस्ते,
आपकी लिखी रचना शुक्रवार १४ अगस्त २०१८ क...जी नमस्ते,<br />आपकी लिखी रचना शुक्रवार १४ अगस्त २०१८ के लिए साझा की गयी है<br /><a href="http://halchalwith5links.blogspot.in/" rel="nofollow">पांच लिंकों का आनंद</a> पर...<br />आप भी सादर आमंत्रित हैं...धन्यवाद।Sweta sinhahttps://www.blogger.com/profile/09732048097450477108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1082671218814482868.post-63750435049711206172018-09-13T06:19:41.960+05:302018-09-13T06:19:41.960+05:30मौजूद है खिलखिलाती हंसी में तू
पागलपन में तू
और ये...मौजूद है खिलखिलाती हंसी में तू<br />पागलपन में तू<br />और ये फूटते सिर में सिर दर्द सी जिन्दगी<br /><br />वाह....., बहुत खूब ...।।Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.com