आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार (11-01-2019) को "विश्व हिन्दी दिवस" (चर्चा अंक-3213) पर भी होगी। -- सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है। -- चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है। जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये। -- हार्दिक शुभकामनाओं के साथ। सादर...! डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
तील हम है, और गुड़ हो आप, मिठाई हम है, और मिठास हो आप, इस साल के पहले त्योंहार से हो रही आज शुरुआत… आपको हमारी ओर से परिवार सहित मकर संक्रांति की शुभकामनाये !!
हिन्दी
ReplyDeleteमाँ
गर तू न होती
मैं तो गूंंगा होता,
मेरे अक्लोहोश की कोई बुनियाद होती!?
बेहतरीन
सादर
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार (11-01-2019) को "विश्व हिन्दी दिवस" (चर्चा अंक-3213) पर भी होगी।
ReplyDelete--
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
छोटे डब्बे में कस्तुरी ।
ReplyDeleteआस्था की महक।
अप्रतिम ।
तील हम है,
ReplyDeleteऔर गुड़ हो आप,
मिठाई हम है,
और मिठास हो आप,
इस साल के पहले त्योंहार से
हो रही आज शुरुआत…
आपको हमारी ओर से परिवार सहित
मकर संक्रांति की शुभकामनाये !!
माँ ....
ReplyDeleteइसके होने से ही संसार है ... शब्द हैं ... जीवन हैं ...