मेरे दिल में उतर कर तो देखते
ऐसा मंजर कभी देखा नहीं होगा
कभी मेरी आँखों में झांक कर तो देखते
की सपनों में भी आंसुओं का सागर देखा नहीं होगा
अगर ख्वाबों में भी चले आये होते
की ऐसा हाल-ए-तरबतर कभी देखा नहीं होगा
लोट आओ अगर तो सांसों से बढकर प्यार करूँ
की ऐसा प्रेम अपार कभी देखा नहीं होगा
तुमसे एक काम है की इस प्रेम को अमर कर दो
मिलन ऐसा दुनिया में ज्यादातर कभी देखा नहीं होगा
अगर नहीं होता है ये सुकर तुमसे तो ए दोस्त
ऐसा प्रेम का प्यासा खंजर कभी देखा नही होगा
प्रेम पुजारी बहुत देखें होंगे आपने 'रोहित'
पर ऐसा प्रेम तस्कर कही देखा नहीं होगा |
ऐसा मंजर कभी देखा नहीं होगा
कभी मेरी आँखों में झांक कर तो देखते
की सपनों में भी आंसुओं का सागर देखा नहीं होगा
अगर ख्वाबों में भी चले आये होते
की ऐसा हाल-ए-तरबतर कभी देखा नहीं होगा
लोट आओ अगर तो सांसों से बढकर प्यार करूँ
की ऐसा प्रेम अपार कभी देखा नहीं होगा
तुमसे एक काम है की इस प्रेम को अमर कर दो
मिलन ऐसा दुनिया में ज्यादातर कभी देखा नहीं होगा
अगर नहीं होता है ये सुकर तुमसे तो ए दोस्त
ऐसा प्रेम का प्यासा खंजर कभी देखा नही होगा
प्रेम पुजारी बहुत देखें होंगे आपने 'रोहित'
पर ऐसा प्रेम तस्कर कही देखा नहीं होगा |