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एक लिबास पहने दुनियां चल रही है
कहीं हमारी, कहीं तुम्हारी चल रही है
मैं बड़ा खौफज़दा हूँ इन दिनों उनसे
और उनकी ये जिम्मेदारी चल रही है
ठीक हो न जाएँ- खुश रहते हैं अब
दुआ मांगते हैं, दवाई चल रही है
हर बार की सियासत में यही होता है
चुप रहूँ मैं कि उनकी बारी चल रही है
खोकर भी उनको हम आराम से बैठे हैं
कोई लाचारी सी लाचारी चल रही है
सोचता हूँ उसके लिए रो कर देखा जाये
इश्क़ में इश्क से ईमानदारी चल रही है
आगे ओर रौनकें कमतर हैं, होश मदहोश है
दिल मुहल्ले में पिया जी की सवारी चल रही है.
- Rohit
- Rohit